Tuesday 20 September 2016

उरी हमला

निर्भय होकर सैनिको ने रक्षा की हमारे वतन के लिए...
खुद कुर्बान हो गए..हमारी नींदों की जतन के लिए...

जंग लड़ी पुरे जोर से...इस देश के अमन के लिए...
जो भी करना पड़ा..मंजूर हो गया...सिर्फ हमारे चमन के लिए...

स्वार्थ नहीं था कुछ भी मन में...तैयार थे कफ़न के लिए...
लक्ष्य था देश की रक्षा...सोचा नही..खुद के दफ़न के लिए...

मैं शीश झूकाता हूँ..उन जवानों को नमन के लिए...
जो शहीद..अमर हो गए..सिर्फ अपने वतन के लिए...

उरी हमले में शहीद हुए सैनिकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि...:-(

http://swapnil-girase.blogspot.in

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