Tuesday 11 October 2016

दशहरे की बधाईयाँ एवं खास संदेश

दशहरे के उपलक्ष्य पर आप सभी को बधाईयाँ और संदेश...

पूरी हुई नवरात्रि...आया दीपों का त्योहार...
आज ही के दिन मिली थी रावण को..रामजी से हार...

14 वर्ष रामजी ने काफी कष्ट किया...
रावण के बूरे कर्मों ने रावण को नष्ट किया...

रावण को तो मार गिराया...
मगर फिर ये कलयुगी संसार आया...

आज मनुष्य के अंदर रावण आ गया है...
इंसानियत की सोच पर वो छा गया है...

मगर अब हमें इसे हटाना है...
अपने अंदर के रावण को भगाना है...

आज अपने अंदर के रावण को जला दीजिए...
और इंसानियत को अपनी जीत दिला दीजिए...

कयोंकि रावण के इस साए में...मर गयी है इंसानियत...
दिल से दिमाग तक...आने लगी है हैवानियत...

आओ हम सब बने एक श्रेष्ठ इंसान...
अच्छे कर्मों से खुद को रोशन करके...बनाए अपनी पहचान...

सिफ पुतले को जला कर...नही पड़ेगा असर गहरा...
अपनी बुराईयों को जलाइए...तब ही मनेगा असली दशहरा...

आपको और आपके परिवार को मेरी ओर से..
दशहरे की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ...

http://swapnil-girase.blogspot.in

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